प्रियंका गांधी पहली बार बनीं लोकसभा सांसद; हाथ में संविधान लेकर पद की शपथ, कांग्रेस संगठन से संसद तक कुछ ऐसी रही सियासी यात्रा
Priyanka Gandhi Takes Oath as Lok Sabha MP
Priyanka Gandhi Takes Oath as MP: कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी (52 साल) ने लोकसभा सांसद के तौर पर शपथ ले ली है। वायनाड सीट से उपचुनाव जीतने के बाद प्रियंका पहली बार लोकसभा सांसद बनीं हैं. प्रियंका केरल परिधान की साड़ी पहनकर संसद पहुंची थीं।
हिंदी में शपथ, हाथ में संविधान लिए रहीं
वहीं लोकसभा सदन में प्रियंका ने भाई राहुल गांधी की तरह ही हाथ में संविधान की कॉपी लेकर सांसद पद की शपथ ली। प्रियंका ने हिन्दी में शपथ ग्रहण की। सांसद बनने पर प्रियंका गांधी ने कहा, ''संसद सदस्य के रूप में अपनी यात्रा की शुरुआत करने को लेकर वह बहुत खुश हैं।''
बता दें कि, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी जब वीरवार सुबह दिल्ली में 10 जनपथ से अपनी मां और राज्यसभा सांसद सोनिया गांधी व लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के साथ संसद के लिए रवाना हुईं तो इस दौरान कांग्रेस समर्थकों ने उनकी कार पर फूलों की वर्षा की।
वहीं प्रियंका जब संसद पहुंचीं, तो यहां कांग्रेस नेताओं ने बाहर ही उनका जोरदार स्वागत किया। इस दौरान राहुल गांधी, प्रियंका गांधी की तस्वीरें लेते हुए दिखे। प्रियंका गांधी के सांसद पद पर शपथ लिए जाने के इस अवसर पर उनके पति रॉबर्ट वाड्रा और दोनों बच्चे रेहान वाड्रा और मिराया वाड्रा भी संसद पहुंचे थे।
सोनिया गांधी बोलीं- हमें गर्व है...
बेटी प्रियंका गांधी के पहली बार लोकसभा सांसद बनने को लेकर राज्यसभा सांसद सोनिया गांधी का बयान सामने आया है। प्रियंका गांधी के सांसद के रूप में शपथ लेने पर कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा, "हम सभी खुश हैं और हमें गर्व है कि प्रियंका अब संसद सदस्य के रूप में काम करेंगी। सोनिया गांधी ने कहा, संसद में प्रियंका के आने से कांग्रेस को और मजबूती मिलने वाली है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा- संसद में एक नई ऊर्जा और शक्ति
वहीं प्रियंका गांधी के संसद में आने पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, "प्रियंका के सांसद बनने से हमें संसद में एक नई ऊर्जा और शक्ति मिली है। वह अच्छी वक्ता हैं, हर चीज को वह अच्छी से समझती हैं और जनता की समस्या को उठाती हैं खासकर महिलाओं की समस्याओं को वो उठाने में सक्षम हैं इसलिए हमारे लिए ये खुशी की बात है और इससे हमारी पार्टी, देश और महिलाओं को लाभ मिलेगा।
संगठन से संसद तक कैसे पहुंचीं प्रियंका गांधी?
वायनाड लोकसभा सीट पर बड़ी जीत के साथ ही अब प्रियंका गांधी सक्रिय राजनीति में आ गईं हैं। मगर प्रियंका गांधी कांग्रेस संगठन से संसद तक कैसे पहुंचीं? उनकी पूरी यात्रा (Priyanka Gandhi Political Journey) आज हम आपको यहां बता रहे हैं। बता दें कि, प्रियंका गांधी ने कांग्रेस संगठन में एक लंबी ज़िम्मेदारी निभाई है। लेकिन अब वह संसद में डेब्यू कर गईं हैं। अब तक जो आवाज कांग्रेस की जनसभाओं में गूंज रही थी वो आवाज अब संसद में सुनाई देने वाली है। प्रियंका गांधी आने वाले दिनों में संसद के अंदर अपने भाई राहुल गांधी के साथ दहाड़ती हुई दिख सकती हैं।
आपको बता दें कि, प्रियंका 1999 से कांग्रेस के लिए चुनाव में प्रचार करती रही हैं। उन्होंने अमेठी और रायबरेली में कई रैलियां कीं। 2004 के लोकसभा चुनाव में प्रियंका गांधी ने सोनिया गांधी और राहुल गांधी के लिए कांग्रेस के चुनाव प्रचार का पूरा मैनेजमेंट संभाला था। वहीं 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी में उन्हें पहली बार कोई पद दिया गया था। जनवरी 2019 में कांग्रेस में प्रियंका गांधी को बड़ी ज़िम्मेदारी दे दी गई। उन्हें कांग्रेस महासचिव बना दिया गया और पूर्वी उत्तर प्रदेश का प्रभार दिया गया। उस समय राहुल गांधी कांग्रेस अध्यक्ष थे।
इसके बाद उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले प्रियंका को 11 सितंबर 2020 को पूरे उत्तर प्रदेश राज्य के प्रभारी महासचिव के रूप में नियुक्त कर दिया गया। वहीं 2022 का यूपी विधानसभा चुनाव प्रियंका गांधी के नेतृत्व में ही लड़ा गया। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में प्रियंका गांधी ने बहुत ज्यादा सक्रियता से काम किया। वे आम लोगों के बीच में पहुंचीं। खासकर महिलाओं और युवाओं के साथ घुलने-मिलने की कोशिश की। हालांकि, फिर भी कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा। वहीं कांग्रेस ने 17 जून 2024 को प्रियंका गांधी को वायनाड लोकसभा सीट से चुनाव लड़वाने का ऐलान किया था.
राहुल गांधी ने वायनाड सीट छोड़ी थी
दरअसल, लोकसभा चुनाव-2024 में राहुल गांधी ने उत्तर प्रदेश में रायबरेली सीट और केरल में वायनाड लोकसभा सीट दोनों जगह से चुनाव लड़ा था। जिसके बाद दोनों ही सीटों पर राहुल ने 3 लाख से ज्यादा वोटों के साथ जीत हासिल की थी। इससे पहले भी राहुल गांधी वायनाड लोकसभा सीट से सांसद थे। लेकिन कानून के मुताबिक, उन्हें एक सीट छोड़नी पड़ी। इस बार उन्होंने वायनाड सीट को छोड़ने का फैसला किया। राहुल गांधी रायबरेली सीट से अपनी संसदीय पारी जारी रखी।
4 लाख से ज्यादा वोटों से जीतीं प्रियंका गांधी
केरल में वायनाड लोकसभा सीट पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी की आंधी चली है। प्रियंका गांधी ने वायनाड सीट पर 4 लाख से ज्यादा वोटों से जीत हासिल की है। जीत में यह एक बहुत बड़ा अंतर है। प्रियंका ने सीपीआई उम्मीदवार को शिकस्त दी। वायनाड सीट पर प्रियंका गांधी को कुल 6,22,338 वोट हासिल हुए। जबकि सीपीआई उम्मीदवार को 2,11,407 वोट ही मिले। जबकि बीजेपी की महिला उम्मीदवार नव्या हरिदास को 1,09,939 वोटों से ही संतोष करना पड़ा।
बता दें कि, कांग्रेस में नेताओं को एक गुट लगातार प्रियंका गांधी को चुनाव लड़वाने की मांग करता रहा है। लेकिन प्रियंका गांधी चुनावों में चुनाव प्रचारक ही बनती रहीं। प्रियंका ने कांग्रेस की संगठनात्मक राजनीति संभाली। इस साल के लोकसभा चुनाव-2024 में भी प्रियंका गांधी को अमेठी से चुनाव लड़ाने की मांग उठी थी। लेकिन प्रियंका को उम्मीदवार नहीं बनाया गया। जबकि प्रियंका भी चुनाव लड़ना चाह रहीं थीं। बहराल, अब प्रियंका गांधी सांसद बन गईं हैं। ऐसे में पार्टी में क्या बदलाव देखने को मिलते हैं। ये देखने वाली बात बात होगी।